अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी ने भारत पाक सीमा पर किशनगढ में की सांध्य चौपाल, सुनी समस्याएं
जैसलमेर।
राजस्थान राज्य बाल अधिकार एवं संरक्षण आयोग अध्यक्ष श्रीमती मनन चतुर्वेदी ने तनोट माता के दर्शन किये तथा राज्य के सभी बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की।मंदिर प्रशासन मे लगे बीएसएफ के अधिकारीयो व जवानों से मिलकर भारत- पाकिस्तान सीमा के समीपवर्ती क्षेत्र मे बच्चों की स्थिति व शिक्षा के बारे मे जानकारी ली। उन्होंनें महिला जवानों से मिलकर ऊनके हाल जाने व राष्ट्र प्रेम की भावना जागृत करते हुए सीमा पर कठिन परिस्थितियों मे डटकर जवानों के बराबर ड्यूटी करने वाली महिलाओं के जज्बे को सलाम किया। इस दौरान सहायक निदेषक हिम्मतसिंह कविया भी साथ में थें।
आयोग की अध्यक्ष श्रीमती मनन चतुर्वेदी सांय भारत-पाक सीमा से सटे किशनगढ-कुरीया बेरी पहुंची एवं वहां सांध्य चौपाल का आयोजन कर ग्रामीणों की जन समस्याएं सुनी वहीं बच्चों के षिक्षा एवं अन्य मिल रहीं सुविधाओं की जानकारी ली। आदत खान ने आयोग अध्यक्ष को बताया कि हमारे गांव मे एक ही अध्यापक है तथा बच्चे 22 है इस कारण बच्चों के षिक्षा पर विषेष तरीके से ध्यान नहीं दे पाता है इसलिए यहां 1 अध्यापक लगाने की बात की। साथ ही बताया कि गांव मे रोजगार नही होने के कारण ज्यादातर बच्चे बचपन से ही अपने मां-बाप के साथ पशुपालन व भेड बकरियां चराने के लिए पढाई छोड देते है । उन्हांेने ग्रामीणो से आहवान् किया कि वे अपने बालक-बालिकाओं को षिक्षा अनिवार्य रूप से प्रदान करावें ताकि उन्हें समय पर रोजगार का अवसर प्राप्त हों।
आयोग अध्यक्ष किशनगढ मे जाकर बच्चों से व उनके परिवार वालो से संध्या चौपाल लगाकर सभी लोगों को एक साथ बैठाकर वहां के हालात जाने तो ग्रामवासी रमजान खान, सुमार खान ,रोजे खान भाई खान व गांव की औरते बख्ती ,सपूरी,सुमरी नूरी से आत्मीयता से मिली । ग्रामीणों के मध्य आयोग अध्यक्षा को पाकर प्रफुल्लित हुई एवं खुले मन से अपनी समस्याओं से अवगत कराया। उन्होंने वहां पर बच्चें भागा, लक्ष्मी, फेरमोहम्मद अक्षर अली व अन्य बच्चे के साथ बैठकर उन्हें अपने मोबाइल पर गाने चलाकर नचाने लगे। मनन बच्चों को कहानियां सुनाई व खेल खिलाये तथा उनकी झोपडियो व रहन सहन का जायजा लिया वहां से रवाना होते समय ग्रामीण ओरतों ने मनन जी को खूद के द्वारा बनायी गयी कम्बल व छाछ बनाने की रयी भेंट की ।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें